तिरुवनंतपुरम, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। सोने की तस्करी की आरोपी स्वप्ना सुरेश ने शनिवार को एक हालिया फेसबुक पोस्ट के जरिए एक नया विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि मलयालम मीडिया मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के बेटे विवेक किरण को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भेजे गए समन पर अब क्यों रिपोर्ट कर रहा है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर किसी आम नागरिक का बच्चा ईडी के नोटिस की अनदेखी करता है, तो उसकी तुरंत गिरफ्तारी, अदालती कार्यवाही और सार्वजनिक हंगामा शुरू हो जाएगा।
उन्होंने लिखा, “पिता अच्छी तरह जानते हैं कि अगर ईडी उनके बेटे और बेटी से ठीक से पूछताछ करेगी, तो सब कुछ घंटी की आवाज की तरह साफ और स्पष्ट हो जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि परिवार के राजनीतिक और वित्तीय हितों की रक्षा के लिए दोनों को बचाया जा रहा है।
उनकी पोस्ट में 2018 की एक घटना का जिक्र है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि वह अपने पूर्व बॉस – यूएई के महावाणिज्य दूत के साथ एक ‘कैप्टन’ के घर गई थीं।
सुरेश ने लिखा, “कैप्टन ने उन्हें बताया कि उनका बेटा यूएई के एक बैंक में काम करता है और यूएई में एक स्टार होटल खरीदना चाहता है। उस समय मैंने सोचा कि एक बैंक कर्मचारी अकेले इतना निवेश कैसे कर सकता है, जिसका मतलब है कि पिता के पद का दुरुपयोग और अवैध संपत्ति जमा करने से यह सौदा संभव हुआ होगा।”
वह आगे लिखती हैं कि अगर ‘कैप्टन’ के घर का सीसीटीवी बिजली गिरने से नष्ट नहीं हुआ होता, तो ईडी जाकर तस्वीरें देख सकता था। और वह अपनी पोस्ट के अंत में कहती हैं कि आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।
सुरेश कथित सोने की तस्करी मामले में जेल में रहने के बाद फिलहाल जमानत पर हैं और वह विजयन के पूर्व प्रधान सचिव एम. शिवशंकर की बहुत करीबी थीं, जो एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे, लेकिन दो बार जेल भी गए थे।