कोलकाता के लॉ कॉलेज में छात्रा से गैंगरेप : एनसीडब्ल्यू ने तीन दिन में मांगी रिपोर्ट

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कोलकाता, 27 जून (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक लॉ स्टूडेंट से गैंगरेप की घटना पर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने संज्ञान लिया है। पीड़ित छात्रा ने तीन युवकों पर लॉ कॉलेज परिसर में गैंगरेप के आरोप लगाए थे, जिनमें से दो वर्तमान छात्र हैं। घटना के बाद आयोग ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर तीन दिन के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।

एनसीडब्ल्यू ने एक नोटिस जारी करते हुए लिखा, “आयोग ने कोलकाता में हुई चौंकाने वाली घटना का स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने कोलकाता पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर गहरी चिंता व्यक्त की है और भारतीय न्याय संहिता के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पीड़िता को बीएनएस की धारा 396 के तहत मुआवजे के साथ-साथ पूरा इलाज और कानूनी मदद देने पर जोर दिया है। आयोग ने तीन दिन के भीतर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।”

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “एक छात्रा के साथ कोलकाता के कॉलेज परिसर के अंदर गैंगरेप किया गया। इसके अलावा हमने कल्याणी में गैंगरेप, एसिड अटैक और घरेलू हिंसा जैसे सात अन्य मामलों पर भी काम किया। जिस तरह से राज्य में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं, जिस तरह से राज्य प्रशासन इन मामलों को हैंडल कर रहा है, क्या इन घटनाओं के दोषियों को कोई सजा दी गई है?”

लॉ कॉलेज में गैंगरेप की घटना की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने निंदा की है। पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “हम दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज में हुई इस दुखद बलात्कार की घटना की निंदा करते हैं। कोलकाता पुलिस ने तीनों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कानून के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।”

तृणमूल कांग्रेस ने आगे कहा, “यह त्रासदी एक बार फिर दर्शाती है कि देश में यौन अपराधों के खिलाफ एक कड़ा संदेश देने की जरूरत है। ‘अपराजिता एंटी रेप बिल’ लागू करने की तत्काल आवश्यकता है, जिसमें तेज जांच, त्वरित मुकदमे और सख्त सजाएं सुनिश्चित हों। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ने अब तक इसे लागू करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।”

तृणमूल कांग्रेस ने पीड़िता को न्याय का भरोसा दिलाते हुए कहा, “पीड़िता की ओर से सहे गए गहरे आघात के लिए हमारा दिल दुख से भारी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य प्रशासन इस समय में पीड़िता को हरसंभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है। न्याय मिलेगा।”