मुजफ्फरनगर, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में थाना शाहपुर पुलिस और हथियार तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस ने प्रधानी चुनाव को प्रभावित करने के लिए मुजफ्फरनगर से बिहार के मुंगेर तक फैले हथियार तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है।
इस ऑपरेशन में भारी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए गए हैं, जबकि तीन आरोपी अभी फरार हैं। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि तस्कर प्रधानी चुनाव के लिए हथियारों की सप्लाई कर रहे थे। मुठभेड़ के दौरान तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी पहचान तसव्वर (ग्राम निरंजनपुर, थाना लक्सर, हरिद्वार), अरमान और इकरार (ग्राम सुल्तानपुर, थाना लक्सर, हरिद्वार) के रूप में हुई।
तसव्वर पर 10,000 रुपए का इनाम घोषित है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 5 पिस्टल (.32 बोर), 1 तमंचा (12 बोर), 9 तमंचे (.315 बोर), 1 मस्कट (12 बोर) और कारतूस बरामद किए।
एसएसपी ने बताया कि यह गिरोह प्रधानी के चुनाव को प्रभावित करने के लिए अवैध हथियारों की तस्करी में सक्रिय था। इससे पहले 4 अगस्त को थाना भोपा पुलिस ने 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार बरामद किए थे, जिसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद 8 सितंबर को थाना शाहपुर पुलिस ने एक बाल अपचारी सहित 3 आरोपियों को पकड़ा था, जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर शाहपुर पुलिस ने मीरापुर बाईपास फ्लाईओवर के पास छापेमारी की। वहां तीन संदिग्धों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
तलाशी में उनके पास से अवैध हथियार बरामद हुए। यह गिरोह मुंगेर से हथियार लाकर मुजफ्फरनगर में सप्लाई कर रहा था। पुलिस ने पहले भी शाहपुर क्षेत्र में एक तमंचा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था।
एसएसपी ने कहा कि पुलिस इस तरह के गिरोहों पर कड़ी नजर रख रही है। इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाली पुलिस टीम के लिए 15,000 रुपए के इनाम की घोषणा की गई है। फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।