पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने गजपत सिंह ग्रेवाल को दोबारा समन भेजा, सख्त कार्रवाई की चेतावनी

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चंडीगढ़, 4 नवंबर (आईएएनएस)। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मंगलवार को पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के साले गजपत सिंह ग्रेवाल को एक बार फिर पूछताछ के लिए समन जारी किया है। यह समन एफआईआर नंबर 22/2025, थाना विजिलेंस ब्यूरो, फ्लाइंग स्क्वाड-1, मोहाली से संबंधित है।

विजिलेंस ब्यूरो के मुताबिक, यह मामला मजीठिया से जुड़ी विभिन्न कंपनियों और पार्टनरशिप फर्मों में गजपत ग्रेवाल की भूमिका से संबंधित है। विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि ग्रेवाल को कई बार समन भेजे गए, लेकिन उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया। ब्यूरो ने आगे कहा कि समन स्वीकार करने के बावजूद ग्रेवाल निर्धारित तारीखों पर पेश नहीं हुए, जिससे जांच की प्रक्रिया प्रभावित हुई है। ब्यूरो के अनुसार, उनका रवैया गैर-सहयोगी और जांच को बाधित करने वाला पाया गया है।

ब्यूरो की ओर से जारी नए समन में गजपत ग्रेवाल को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि वे 6 नवंबर को सुबह 11 बजे मोहाली स्थित विजिलेंस ब्यूरो, फ्लाइंग स्क्वाड-1 के कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हों और सभी आवश्यक दस्तावेज साथ लाएं।

विजिलेंस द्वारा जारी समन में कहा गया है कि आपको बार-बार एफआईआर नंबर 22/2025 से जुड़ी जांच में शामिल होने और संबंधित दस्तावेज़ उपलब्ध कराने के लिए बुलाया गया, लेकिन आपने बार-बार समन के बावजूद उपस्थित होने में विफलता दिखाई। आपने 11 अक्टूबर 2025 और 27 अक्टूबर 2025 को जारी समन की प्राप्ति स्वीकार की, परंतु निर्धारित तिथियों पर नहीं आए। आपका व्यवहार स्पष्ट रूप से गैर-सहयोगी है और जांच में जानबूझकर बाधा उत्पन्न करने वाला है।

विजिलेंस ने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ग्रेवाल इस बार भी पेश नहीं हुए तो कानूनी तौर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। समन में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि जांच प्रक्रिया को किसी भी हालत में रोका या विलंबित नहीं किया जा सकता, और ग्रेवाल की अनुपस्थिति की स्थिति में कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।

विजिलेंस का कहना है कि सहयोग न मिलने के कारण जांच रुकी, अटकी या बेवजह लेट नहीं हो सकती और कानून के मुताबिक इसे आगे बढ़ाना जरूरी है। अगर आप बताए गए समय पर हाज़िर नहीं होते और जांच में मदद नहीं करते हैं, तो जांच के दौरान कानून के तहत आपके खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि बिक्रम सिंह मजीठिया से जुड़े वित्तीय और संपत्ति मामलों की जांच में कई कंपनियों और साझेदार फर्मों की गतिविधियों की पड़ताल की जा रही है। विजिलेंस का दावा है कि इन फर्मों में गजपत सिंह ग्रेवाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसके बारे में जानकारी जुटाना जांच के लिए अहम है।