गाजा समझौता दो-राज्य पर आधारित राजनीतिक समाधान की शुरुआत का प्रतीक होना चाहिए : मैक्रों

0
15

पेरिस, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को कहा कि वह गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के समझौते का स्वागत करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि फ्रांस, युद्ध का राजनीतिक समाधान खोजने के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ बातचीत जारी रखेगा। फ्रांस के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए अपनी बात रखी।

मैक्रों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गाजा शांति योजना ‘दो-राज्य समाधान पर आधारित राजनीतिक समाधान’ की ओर ले जाएगी।

मैक्रों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में कहा, “बंधकों और उनके परिवारों, गाजा में फिलिस्तीनियों और पूरे क्षेत्र के लिए बड़ी उम्मीद। मैं बंधकों की रिहाई और गाजा में युद्धविराम के लिए रातोंरात हुए समझौते का स्वागत करता हूं और राष्ट्रपति ट्रंप के साथ-साथ कतर, मिस्र और तुर्की के मध्यस्थों के प्रयासों की सराहना करता हूं जिन्होंने इसे संभव बनाने में मदद की।

मैं सभी पक्षों से इसकी शर्तों का सख्ती से पालन करने का आह्वान करता हूं। यह समझौता युद्ध की समाप्ति और दो-राज्य समाधान पर आधारित राजनीतिक समाधान की शुरुआत का प्रतीक होना चाहिए। फ्रांस इस लक्ष्य में योगदान देने के लिए तैयार है। हम आज दोपहर पेरिस में अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ इस पर चर्चा करेंगे।

बता दें कि बुधवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल नेटवर्क पर इजरायल और हमास के बीच समझौते की बात कही थी और इसे दो साल पुराने युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक “ऐतिहासिक और अभूतपूर्व” कदम बताया था।

उन्होंने कहा कि हमास सभी बंधकों को रिहा कर देगा, जबकि इजरायल अपने सैनिकों को मिस्र में उनकी 20-सूत्रीय शांति योजना पर बातचीत के बाद बनी सहमति के अनुसार वापस बुलाएगा।

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि इजरायल और हमास दोनों ने हमारी शांति योजना के पहले चरण पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसका मतलब है कि सभी बंधकों को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा, और इजरायल अपने सैनिकों को एक निश्चित सीमा पर वापस बुला लेगा, जो एक मजबूत, स्थायी और शाश्वत शांति की ओर पहला कदम होगा।”

ट्रंप ने मध्यस्थों कतर, मिस्र और तुर्की का भी धन्यवाद किया और पवित्र बाइबिल का एक उद्धरण जोड़ा: “शांति स्थापित करने वाले धन्य हैं!”