राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह : अदाणी फाउंडेशन ने 1300 महिलाओं को किया जागरूक

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वाराणसी, 22 नवंबर (आईएएनएस)। नवजात शिशुओं की देखभाल के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से अदाणी फाउंडेशन ने 15 से 21 नवंबर तक राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह का आयोजन किया। इस दौरान व‍िभ‍िन्‍न कार्यक्रमों में 1300 से अधिक महिलाओं को जागरूक किया गया।

इस अभियान के तहत वाराणसी की शहरी मलिन बस्तियों में पारिवारिक परामर्श, समूह चर्चा, कुकिंग डेमो और रैलियों के माध्यम से गर्भवती व धात्री माताओं के साथ पुरुषों को नवजात शिशुओं को संक्रमण से बचाने और उनकी सही देखभाल के लिए प्रेरित किया गया। इस आयोजन में बाल विकास परियोजना की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं जैसे मीना देवी, कमला देवी, विमला भारती, प्रेमलता और स्वास्थ्य विभाग की एएनएम सुमित्रा व राधिका, आशा बहनों और सुपोषण संगिनियों ने सक्रिय भूमिका निभाई।

फॉर्च्यून सुपोषण प्रोजेक्ट के तहत होने वाले राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह के दौरान वाराणसी की शहरी मलिन बस्तियों जैसे कज्जाकपुरा, मकदूमबाबा, सुंदरपुर, बड़ी पाटिया, खोजवा, राजघाट, लल्लापुरा और अन्य क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नवजात मृत्यु दर को कम करना और गर्भवती व धात्री माताओं को शिशु देखभाल की सही जानकारी देना था। इसके तहत पारिवारिक परामर्श, समूह चर्चा, कुकिंग डेमो और रैलियां आयोजित की गईं, जिनमें पुरुषों और महिलाओं को नवजात शिशुओं को संक्रमण से बचाने और उनकी सही देखभाल के उपायों की जानकारी दी गई।

मुख्य गतिविधियां और उद्देश्य :

1-मां के दूध की अहमियत बताने के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास परियोजना की क्षेत्रीय पर्यवेक्षिकाओं, गुड़िया सिंह और पुनीता सिंह ने नवजात शिशुओं को जन्म के बाद पहले छह महीनों तक केवल मां का दूध देने का महत्व समझाया। साथ ही, जन्मघुट्टी के उपयोग से बचने की सलाह दी गई।

2- कंगारू मदर केयर डेमोंस्ट्रेशन के तहत नवजात शिशुओं को गर्म रखने और उनकी देखभाल के लिए कंगारू मदर केयर की विधि को प्रदर्शित किया गया।

3- पोषण और खानपान पर विशेष ध्यान देने संबंधी बातों पर जोर देते हुए, गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को स्थानीय पोषक स्रोतों का उपयोग और संतुलित आहार लेने की जानकारी दी गई।

4- साफ-सफाई और नवजात की देखभाल के बारे में भी जानकारी दी गयी। सुपोषण अधिकारी ममता यादव ने गर्भवती महिलाओं को शिशु के जन्म से पहले तीन तैयारी और पांच सफाई के महत्व के साथ ठंड से बचाव के उपाय समझाए।

5- नवजात किट का वितरण भी हुआ। इस दौरान 200 से अधिक नवजात शिशुओं को किट वितरित किए गए, जिनमें तौलिया, नहाने का साबुन और नारियल तेल शामिल थे।

इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद सीमा सिंह ने बच्चों की देखभाल को केवल मां की जिम्मेदारी न मानकर परिवार के हर सदस्य की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

— आईएएनएस

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