तिरुवनंतपुरम, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस विधायक राहुल मामकूटाथिल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली युवती को कथित रूप से सोशल मीडिया पर निशाना बनाने के मामले में सामाजिक कार्यकर्ता राहुल ईश्वर को गिरफ्तार किया गया। उन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने राहुल ईश्वर को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
तिरुवनंतपुरम जिला सेशंस कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद ईश्वर को शुक्रवार शाम 5 बजे तक पुलिस हिरासत में रखने की अनुमति प्रदान की। अदालत में अभियोजन पक्ष ने तर्क दिया कि शिकायतकर्ता पर हुए ऑनलाइन प्रताड़ना के पीछे किसी व्यापक साज़िश की संभावना की जांच के लिए आरोपी से कस्टडी में पूछताछ आवश्यक है। पुलिस ने ईश्वर के कार्यालय परिसर की तलाशी लेने की अनुमति भी मांगी है।
राहुल ईश्वर को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किए जाने के बाद पूजाप्पुरा सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में रखा गया था। गिरफ्तारी के विरोध में ईश्वर ने जेल के भीतर भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। बुधवार सुबह कमजोरी की शिकायत के बाद उन्हें चिकित्सकीय देखभाल प्रदान की गई और ड्रिप के माध्यम से लिक्विड दिए गए। जेल प्रशासन ने बताया कि भोजन और पानी लेने से इनकार के कारण उनकी स्थिति बिगड़ गई थी।
ईश्वर लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उनकी गिरफ्तारी गलत है और उन पर लगे आरोप गैर-जमानती धाराओं के लायक नहीं हैं। अदालत में उनके वकील ने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी भी समय शिकायतकर्ता का नाम या कोई निजी जानकारी साझा नहीं की गई। बचाव पक्ष ने आरोपों को राजनीतिक प्रेरित बताते हुए गिरफ्तारी को प्रक्रियागत उल्लंघन करार दिया।
ईश्वर की जमानत याचिका पर शनिवार को विस्तृत सुनवाई होगी। तब उनकी कानूनी टीम यह दलील दोहराने की उम्मीद है कि मामले में कानूनी आधार नहीं है और गिरफ्तारी तथा हिरासत से जांच को कोई वास्तविक लाभ नहीं मिल रहा है।
वहीं, पुलिस का कहना है कि डिजिटल सबूतों की जांच और ऑनलाइन अभियान में संभावित सहयोगियों की पहचान के लिए अतिरिक्त हिरासत जरूरी है।
राहुल ईश्वर की गिरफ्तारी और भूख हड़ताल को लेकर सार्वजनिक बहस भी तेज हो गई है, विशेष रूप से उस राजनीतिक संवेदनशीलता के बीच जिसमें कांग्रेस विधायक राहुल के खिलाफ दायर मूल शिकायत शामिल है। ईश्वर कई वर्षों से राष्ट्रीय टीवी चैनलों पर सामाजिक मुद्दों और सबरीमाला मंदिर से जुड़े विवादों पर टिप्पणी करने के लिए चर्चित रहे हैं।

