पर्थ टेस्ट में डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने कहा, ‘मैं अपने प्रदर्शन से बहुत खुश हूं’

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पर्थ, 23 नवंबर (आईएएनएस)। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मुकाबले में भारत ने दमदार कमबैक किया है, जिसका श्रेय भारतीय तेज गेंदबाजों का जाता है। तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने कप्तान जसप्रीत बुमराह का बखूबी साथ दिया और ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 104 रन पर समेट दिया। भारत ने 46 रन की बढ़त के साथ दूसरी पारी का शानदार आगाज किया और दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक बिना कोई विकेट गंवाए 172 रन और जोड़े लिए।

यशस्वी जायसवाल (नाबाद 90) और के.एल. राहुल (नाबाद 62) के बीच 172 रनों की अटूट साझेदारी ने भारत को 218 रनों की बढ़त दिला दी।

दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में राणा ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन से बहुत खुश हैं, जिसमें खतरनाक बल्लेबाज ट्रेविस हेड का विकेट भी शामिल है।

राणा ने बताया कि बुमराह और विराट कोहली से मिले सुझावों ने उनकी काफी मदद की जिससे डेब्यू टेस्ट मैच में अच्छा प्रदर्शन करने में उन्हें मदद मिली।

उन्होंने कहा, “मैं अपना डेब्यू कर रहा था। जिस तरह से उन्होंने मुझे परिस्थिति के लिए तैयार किया…, शुरुआत में उन्होंने तीन विकेट लिए, इससे मेरे लिए चीजें थोड़ी आसान हो गईं। इसलिए अगर कोई मुझे जस्सी भैया की तरह शुरुआत देता है, जैसे वह बल्लेबाज पर दबाव बनाते हैं, तो दूसरे छोर से गेंदबाज के लिए यह बहुत आसान हो जाता है।

“विराट भैया और जस्सी भैया अपने इनपुट देते रहते हैं, जैसे कि गेंदबाजी में क्या करना चाहिए, गेंद कहां डालनी है और कहां नहीं डालनी है। इसलिए, इससे मुझे एक अलग आत्मविश्वास मिलता है कि हां, वे बता रहे हैं, इसलिए मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा।”

राणा को उनके असाधारण कौशल और बेहतरीन गेंदबाजी के कारण टेस्ट टीम में जगह मिली थी, खासकर आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स की जीत में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी।

इस गेंदबाज ने अपनी कड़ी मेहनत और बचपन की यादों को याद किया जिसमें सुबह जल्दी उठकर भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच देखना और अब पहले पर्थ में अपने टेस्ट डेब्यू के बारे में सुनकर भावुक होना भी शामिल था।

उन्होंने कहा, “मेरे लिए यहां डेब्यू करना बहुत बड़ी बात है, क्योंकि मैं लंबे समय से अपने अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू का इंतजार कर रहा था। बचपन में मैं अपने पापा के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच देखने के लिए सुबह जल्दी उठता था। मैंने इसके लिए बहुत मेहनत की है और (टीम के गेंदबाजी कोच) मोर्ने मोर्केल के नेतृत्व में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”