मैसूर, (कर्नाटक) 13 अप्रैल (आईएएनएस)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को बेंगलुरु कैफे विस्फोट मामले में गिरफ्तारी के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और कर्नाटक पुलिस को धन्यवाद दिया।
मैसूरु में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “आरोपियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने पर मैं एनआईए और कर्नाटक पुलिस को धन्यवाद देता हूं। उनके कोलकाता से बेंगलुरु आने पर हमें बम विस्फोट के बारे में तथ्य पता चलेंगे।
आरोपियों के कर्नाटक में मूवमेंट करने व लिंक के बारे में पूछे जाने पर सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि यह अभी तक ज्ञात नहीं है।
उन्होंने कहा, “तथ्यों का पता लगाने के लिए उनकी जांच की जानी चाहिए।”
एनआईए ने शुक्रवार को हमलावर मुसाविर हुसैन शाजिब और उसके साथी अब्दुल मथीन ताहा को पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार किया था।
दोनों संदिग्धों को शनिवार को बेंगलुरु लाया गया और मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया गया।
एनआईए सूत्रों के मुताबिक, आरोपी संजय अग्रवाल, उदय दास, यशु पटेल और विग्नेश जैसे नामों का इस्तेमाल करते हुुए ठिकाना बदलते रहे।
वे पश्चिम बंगाल के कोलकाता और मेदिनीपुर शहरों के होटलों में रुके और होटल कर्मचारियों को बताया कि वे झारखंड और त्रिपुरा से हैं।
मास्टरमाइंड ताहा शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली शहर का रहने वाला है और उसका संबंध आईएसआईएस से है। उसने डार्क नेट पर बम बनाना सीखा था।
उसने नवंबर 2022 में मंगलुरु कुकर बम विस्फोट और इस साल 1 मार्च को रामेश्वरम कैफे विस्फोट घटना की भी साजिश रची थी।
ट्रायल ब्लास्ट भी शिवमोग्गा में तुंगभद्रा नदी के तट पर किया गया था। ताहा ने क्रिप्टो करेंसी के जरिए पैसों का लेन-देन किया था।
ताहा और मुसाविर के परिवार अपने घरों में ताला लगाकर अज्ञात स्थानों पर चले गए हैं।
ताहा के पिता एक पूर्व सैनिक हैं और उसकी गतिविधियों के विरोधी हैं।
एनआईए सूत्रों ने यह भी बताया कि ताहा और मुसाविर बचपन के दोस्त हैं।