लीना खान के नेतृत्व वाली एफटीसी जेनएआई कंपनियों में माइक्रोसॉफ्ट व गूगल के निवेश की कर रही जांच

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सैन फ्रांसिस्को, 26 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी संघीय व्यापार आयोग (एफटीसी) ने माइक्रोसॉफ्ट और गूगल सहित पांच बड़ी टेक कंपनियों को आदेश जारी किया है, इसमें उन्हें ओपनएआई और एंथ्रोपिक जैसी जेनरेटिव एआई कंपनियों से जुड़े हालिया निवेश और साझेदारी के बारे में जानकारी प्रदान करने की आवश्यकता है।

एजेंसी इन संबंधों और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य पर उनके प्रभाव की बेहतर आंतरिक समझ बनाने के लिए एआई प्रदाताओं के साथ कॉर्पोरेट साझेदारी और निवेश की जांच करेगी।

अनिवार्य आदेश अल्फाबेट (गूगल की मूल कंपनी), अमेज़ॅन, एंथ्रोपिक, माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई को भेजे गए थे।

गूगल और अमेजन ने एंथ्रोपिक में निवेश किया है, जबकि माइक्रोसॉफ्ट ने सैम ऑल्टमैन द्वारा संचालित चैटजीपीटी क्रिएटर ओपन एआई में करीब 10 बिलियन डॉलर का निवेश किया है।

एफटीसी अध्यक्ष लीना खान ने कहा, “जैसा कि कंपनियां एआई विकसित करने और मुद्रीकृत करने की होड़ में हैं, हमें उन रणनीतियों से सावधान रहना चाहिए जो इस अवसर को छीन लेती हैं।”

उन्होंने एक बयान में कहा, “हमारा अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालेगा कि क्या प्रमुख कंपनियों द्वारा किए गए निवेश और साझेदारियां नवाचार को विकृत करने और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को कमजोर करने का जोखिम उठाती हैं।”

एफटीसी की जांच से एजेंसी को जेनेरिक एआई डेवलपर्स और क्लाउड सेवा प्रदाताओं के बीच किए गए निवेश और साझेदारी के बारे में प्रवर्तनकर्ताओं की समझ को गहरा करने में मदद मिलेगी।

कंपनियों के पास जवाब देने के लिए आदेश प्राप्त होने की तारीख से 45 दिन का समय होगा।

एफटीसी कंपनियों के बीच विशिष्ट निवेश समझौतों और साझेदारी कैसे उत्पाद रिलीज और निरीक्षण अधिकारों को प्रभावित करती है, इस बारे में जानकारी मांग रही है।

एजेंसी यह भी विश्लेषण करना चाहती है कि ये निवेश बाजार हिस्सेदारी, प्रतिस्पर्धा और क्षेत्र में बिक्री वृद्धि की क्षमता को कैसे प्रभावित करते हैं; यदि एआई उत्पादों को विकसित करने के लिए संसाधनों के लिए प्रतिस्पर्धा है; और प्रत्येक कंपनी द्वारा अन्य सरकारी संस्थाओं को दी गई कोई भी जानकारी।

माइक्रोसॉफ्ट के एक प्रवक्ता ने द वर्ज को बताया कि वे “एफटीसी को अपना अध्ययन पूरा करने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।”

गूगल ने कहा कि एफटीसी का अध्ययन उन कंपनियों पर रोशनी डालेगा जो ग्राहकों को रोकती हैं।

–आईएएनएस

सीबीटी/