नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। ईरान-इजरायल में तनाव बढ़ने के बाद दुनिया के सभी बड़े शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है। बुधवार को एशिया में चीन और हांगकांग के बाजारों को छोड़कर बाकी सभी बाजार लाल निशान में बंद हुए हैं। अमेरिका और यूरोपीय बाजारों में भी करीब यही स्थिति देखी जा रही है।
जापान का बेंचमार्क निक्केई 225 इंडेक्स 2.18 प्रतिशत या 843.21 अंक की गिरावट के साथ 37,808.76 पर बंद हुआ है। वहीं, अन्य एशियाई बाजार जैसे बैंकॉक, सोल और जाकार्ता में भी 1.75 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई।
केवल हांगकांग और शंघाई का बाजार क्रमश: 6.20 प्रतिशत और 8.06 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ। इसकी वजह चीन की सरकार की ओर से आर्थिक पैकेज का ऐलान करना है, जिसके कारण वहां की अर्थव्यवस्था के दोबारा से उभरने की संभावना जताई जा रही है, जिसका कारण बड़ी संख्या में विदेशी निवेशक चीन के बाजार का रूख कर रहे हैं।
अब तक के कारोबार में यूरोप के बड़े बाजारों जैसे जर्मनी, फ्रांस और स्पेन लाल निशान में थे।
अमेरिकी बाजार मंगलवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुए थे। मुख्य बेंचमार्क डाओ जोन्स करीब आधा प्रतिशत और टेक्नोलॉजी इंडेक्स नैस्डेक 1.53 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ।
गांधी जयंती होने के कारण भारतीय शेयर बाजारों में बुधवार को अवकाश है। आज स्टॉक एक्सचेंज पर इक्विटी,डेरिवेटिव के साथ किसी भी सेगमेंट में कोई कारोबार नहीं हुआ।
अब शेयर बाजार अगले दिन यानी गुरुवार को खुलेंगे।
मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार हल्के लाल निशान में बंद हुआ था। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 33 अंक की मामूली गिरावट के साथ 84,266 और निफ्टी 13 की मामूली गिरावट के साथ 25,796 पर था।
इस दौरान छोटे और मझोले शेयरों में खरीदारी देखी गई थी। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 204 अंक या 0.34 प्रतिशत की तेजी के साथ 60,358 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 151 अंक या 0.79 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,331 पर था।