Thursday, June 5, 2025
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पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री का फैसला इमरान खान करेंगे : पीटीआई अध्यक्ष

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इस्लामाबाद, 10 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर ने शनिवार को कहा कि पार्टी के संस्थापक इमरान खान तय करेंगे कि पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, 8 फरवरी को पाकिस्तान में हुए आम चुनावों में 170 नेशनल असेंबली सीटें जीतने के बाद पार्टी मजबूत स्थिति में होने का दावा कर रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि गौहर ने इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “इमरान खान तय करेंगे कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। वह नेता हैं, चाहे वह जेल में हों या बाहर।”

गौहर ने यह भी दावा किया कि पार्टी ने नेशनल असेंबली की 265 सीटों पर चुनाव लड़ा और 170 सीटें जीती हैं।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से 94 वे हैं, जिन्हें पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) स्वीकार कर रहा है और उन्हें फॉर्म-47 जारी किया है। 22 अन्य सीटों पर जहां पीटीआई ने जीत हासिल की थी, वह जीत हार में बदल गई।

पाकिस्तान के आम चुनाव हाल के वर्षों में सबसे अधिक संघर्षपूर्ण रहे हैं, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल हो गई है। उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी नवाज शरीफ शक्तिशाली सैन्य नेतृत्व वाले प्रतिष्ठान के पसंदीदा प्रतीत होते हैं।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, प्रारंभिक नतीजों से पता चलता है कि धांधली के आरोपों से भरे ध्रुवीकृत अभियान के बाद और अभी भी कोई स्पष्ट विजेता नहीं होने के बाद, इमरान खान के उम्मीदवारों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है।

योगी आदित्यनाथ का अखिलेश यादव पर तंज, ‘वोट बैंक पर असर न पड़े, इस कारण नहीं गए अयोध्या’

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लखनऊ, 10 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को विधानसभा में बजट सत्र के दौरान कहा कि नेता विरोधी दल कह रहे थे कि राम के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। लेकिन, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव वोट बैंक की राजनीति के चलते अयोध्या नहीं जाते थे। वो डरते हैं कि अयोध्या जाएंगे तो वोट बैंक पर असर न पड़ जाए। जब अयोध्या में मंदिर नहीं बना था तब भी हम वहां जाते थे और अब भी जाते हैं।

उन्होंने कहा कि मंदिर बनने के पहले भी जब न्यायालय का निर्णय नहीं आया था, तब भी हम लोग अयोध्या गए थे और दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया था। आज भी जा रहे हैं और आगे भी जाएंगे। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।

सीएम ने कहा कि अयोध्या, काशी, मथुरा-वृन्दावन, बरसाना, गोकुल, गोवर्धन, नैमिषारण्य, विन्ध्यवासिनी धाम, देवीपाटन धाम, नाथ कारिडोर (बरेली), चित्रकूट के लिए सरकार ने बजट में धनराशि की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना में हर विधानसभा क्षेत्र के एक-एक धर्मस्थल को विकसित करने के लिए हमने धनराशि की व्यवस्था बजट में की है। 2025 में 2019 से बेहतर प्रयागराज कुंभ का आयोजन कर सकें। इसके लिए फिर से बजट में धनराशि की व्यवस्था की गई है। प्रयागराज में कुम्भ संग्रहालय की स्थापना हो, इसके लिए भी बजट में धनराशि की व्यवस्था की गई है।

सपा सरकार को घेरते हुए योगी ने कहा कि आप तो मथुरा-वृंदावन के लिए भी कुछ नहीं कर पाए थे। आपको वहां जाने में भी डर लगता था। काशी में सपा सरकार ने ताला बंद किया था और मथुरा में जन्मभूमि में पीछे जो पार्क है, उसमें आप लोगों ने ताला बंद किया था। हमारी सरकार ने दोनों जगह ताले खुलवा दिए। बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर के लिए भी धनराशि की व्यवस्था की गई है।

मथुरा की चर्चा के दौरान राधे-राधे का संबोधन कर सीएम ने बताया कि निषाद राज गुह्य सांस्कृतिक केन्द्र, श्रृंगवेरपुर के लिए धनराशि की व्यवस्था की गई है। आजमगढ़ के हरिहरपुर में संगीत महाविद्यालय व महर्षि वाल्मीकि सांस्कृतिक केन्द्र चित्रकूट के लिए धनराशि की व्यवस्था की गई है। तुलसीदास जी की जन्मभूमि राजापुर के लिए भी बजट में धनराशि की व्यवस्था है। विदुर कुटी में भी कार्य कर रहे हैं। महाराज विदुर के नाम पर मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। मैं विदुर कुटी गया था। वहां पुनरुद्धार की कार्रवाई कर रहे हैं। बिजनौर को पहचान दे रहे हैं। मैंने वहां रात्रि विश्राम भी किया था। अखिलेश जी कभी बिजनौर नहीं रुके होंगे। वे डरते थे कि पता नहीं चाचा कब कुर्सी न हथिया लें। मुख्यमंत्री रहते कभी वे नोएडा व बिजनौर नहीं गए होंगे।

सीएम ने बताया कि हमारी सरकार उदा देवी के नाम पर पीएसी की बटालियन बना रही है। हम लखनऊ के किले को भी ठीक करा रहे हैं। अन्य स्थानों के किलों को भी ठीक कराने जा रहे हैं। यह हमारे हैरेटिज टूरिज्म का हिस्सा है। अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान के लिए बजट की व्यवस्था की है। इन्हें हम तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं।

‘जन मन सर्वेक्षण’ में भारत की ‘सबसे कम पसंदीदा’ से ‘सबसे पसंदीदा’ तक के सफर पर मिलेगी जनता की राय

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नई दिल्ली, 10 फरवरी (आईएएनएस)। भारत दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के ‘उज्ज्वल स्थान’ से लेकर अब तक देश ने पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण प्रगति दर्ज की है।

आर्थिक मापदंडों पर स्पष्ट बढ़त के अलावा, देश ने ‘कारोबार करने में आसानी’ सहित कुछ प्रमुख वैश्विक सूचकांकों में भी कई स्थानों की छलांग लगाई है।

अर्थव्यवस्था में इस उल्लेखनीय बदलाव पर जनता के मूड को जानने के लिए नरेंद्र मोदी ऐप ने जीडीपी, वित्तीय कल्याण और अन्य मुद्दों पर केंद्रित कई मुद्दों पर नागरिकों की राय जानने के लिए एक सर्वेक्षण शुरू किया है।

नमो ऐप ने ‘जन मन सर्वेक्षण’ के माध्यम से भारत की ‘सबसे कम पसंदीदा’ से ‘सबसे पसंदीदा’ उभरते बाजार की स्थिति तक की यात्रा पर लोगों की राय मांगी है।

विशेष रूप से, सर्वेक्षण में दो अलग-अलग युगों – 2011 (यूपीए शासन) और 2023 (मोदी सरकार) से संबंधित विश्‍व स्तर पर प्रशंसित रेटिंग एजेंसियों द्वारा भारत के ‘वित्तीय मूल्यांकन’ को साझा किया गया है – लोगों से यह साझा करने के लिए कहा गया है कि क्या वे इससे सहमत हैं।

2011 में एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय बाजार एशिया-प्रशांत निवेशकों के बीच ‘सबसे कम पसंदीदा’ स्थान पर थे। हालांकि निवेश बैंक ने अपनी 2011 की रिपोर्ट में भारत की डाउनग्रेड स्थिति के कारणों का हवाला नहीं दिया, लेकिन इसने फंड प्रबंधकों के लिए एशिया-प्रशांत में दूसरे सबसे पसंदीदा बाज़ार के रूप में चीन को चुना।

एक प्रमुख दैनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, मेरिल लिंच सर्वेक्षण के ठीक विपरीत अमेरिकी निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली ने अपने 2023 के आकलन में भारतीय इक्विटी बाजार को उभरते बाजारों में सबसे पसंदीदा बताया।

अनजान लोगों के लिए भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और हाल ही में यह शीर्ष 5 वैश्विक अर्थव्यवस्था सूची में शामिल हुआ है।

सर्वेक्षण में पूछा गया है, “दुनिया भारत के प्रदर्शन और आर्थिक संभावनाओं पर ‘आशावादी’ हो रही है, इस पर आपकी क्या राय है।”

कोई भी व्यक्ति नमो ऐप पर जाकर सर्वेक्षण में भाग ले सकता है और फिर अपने उत्तर सबमिट कर सकता है।

प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए भिड़ेंगे जमशेदपुर और बेंगलुरू

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जमशेदपुर, 10 फरवरी (आईएएनएस) इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2023-24 में एक और कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है, जब बेंगलुरू एफसी रविवार को शाम 7:30 बजे जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में मेजबान जमशेदपुर एफसी से भिड़ेगी।

ये दोनों ऐसी टीमें हैं जो नए हेड कोच के आने पर अचानक सकारात्मक प्रदर्शन करने लगी हैं, लेकिन रेड माइनर्स इस समय जिस लय में हैं वो वास्तव में उल्लेखनीय है। खालिद जमील की देखरेख में उनके प्रदर्शन में सुधार कलिंगा सुपर कप में दिखाई दिया, जहां उन्होंने सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए सभी प्रतिद्वंद्वियों को हराया।

जमशेदपुर एफसी ने ब्रेक के बाद आईएसएल अभियान की फिर से शुरुआत धीमी गति से की और नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के खिलाफ बढ़त गंवाकर 1-1 से ड्रा खेला। हालांकि, उन्होंने मैच के दूसरे हाफ में तीन गोल करके वापसी की और मुम्बई सिटी एफसी को 3-2 से हराया, जिससे सभी का ध्यान आकर्षित हुआ।

ब्लूज ने अपने दक्षिण भारतीय प्रतिद्वंद्वी चेन्नइयन एफसी को 1-0 से हराकर जीत की राह पर वापसी की। ये स्कोरलाइन वो नहीं दिखाती, जो मैच में हुआ। लेकिन जेरार्ड जरागोजा की टीम पूरे 90 मिनट के दौरान हावी थी। उन्होंने कई मौके बनाए और उनमें से कुछ को गंवाए भी। यह एक ऐसा पैटर्न है जिसे उसे जमशेदपुर एफसी के खिलाफ दोहराने की उम्मीद होगी।

मुम्बई सिटी एफसी के घर में दो गोल से पिछड़ने के बाद मैच जीत लेने का कारनामा बहुत ज्यादा टीमें नहीं कर पाती हैं, और जमील को टीम की ताकत का उचित इस्तेमाल करवाने के लिए श्रेय दिया जाना चाहिए। उनका अगला लक्ष्य टीम के अंदर निरंतरता की भावना भरना होगा, ताकि रेड माइनर्स लगातार ऐसे प्रभावशाली परिणाम दे सकें।

दोनों पक्षों के बीच पिछले मैच में जमशेदपुर एफसी पर ब्लूज को 1-0 से जीत मिली थी, जिसमें जावी हर्नांडेज ने हाफ टाइम से ठीक पहले मिली पेनल्टी को गोल में बदला था। हेड कोच जमील चाहेंगे कि उनके सभी खिलाड़ी डिफेंस से लेकर अटैक तक अपने खेल में शीर्ष पर रहें ताकि दमदार दिखने वाली बेंगलुरू एफसी इकाई पर जीत हासिल की जा सके।

जरागोजा बेंगलुरू एफसी द्वारा पिछले मैच में क्लीन शीट बनाए रखने से खुश होंगे, क्योंकि क्लब ने जनवरी ट्रांसफर विंडो में अपनी डिफेंस को मजबूत करने में भारी निवेश किया था। निखिल पुजारी और चिंगलेनसाना सिंह की जोड़ी शामिल करके डिफेंस को सुदृढ़ किया गया है, और यह वास्तव में पुजारी की कड़ी मेहनत थी। उन्होंने ब्लूज को आगे बढ़ने में मदद की जिसके कारण रयान विलियम्स का चेन्नइयन एफसी के खिलाफ विजयी गोल आया।

ब्लूज सेट-पीस के दौरान रक्षण करने में थोड़ा कमजोर हैं, पिछले मैच में आइलैंडर्स ने उसी कमजोरी पर हमला किया था। यह वो क्षेत्र है जिस पर बेंगलुरू एफसी को ज्यादा ध्यान देना चाहिए। हर्नांडेज और छेत्री ने मिलकर कुछ अलग सेट-पीस रूटीन की कोशिश की, लेकिन चेन्नइयन एफसी के खिलाफ इन पर गोल नहीं कर सके। जमशेदपुर एफसी के खिलाफ थोड़ी बेहतर दक्षता के साथ इसी तरह के प्रयास टीम को फायदा पहुंचा सकते हैं।

जमशेदपुर एफसी के मुख्य कोच खालिद जमील ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैंने पहले भी कहा है कि हमने जो भी नतीजे हासिल किए हैं वह खिलाड़ियों की मेहनत से हैं। विदेशी खिलाड़ी काफी परिपक्व हैं और कड़ी मेहनत कर रहे हैं। सीनियर भारतीय खिलाड़ी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और युवा भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। इसलिए यह सभी के संयुक्त प्रयासों का मिश्रण है।”

बेंगलुरू एफसी के स्पेनिश हेड कोच जेरार्ड जरागोजा ने मैच से पहले कहा, “यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मुकाबला है, लेकिन यह उतना ही अहम है जितना कि यह हमारे लिए चेन्नइयन एफसी के खिलाफ या उनके लिए मुम्बई सिटी एफसी के खिलाफ था। वे छठे स्थान के लिए लड़ रही पांच-छह टीमों में से एक हैं। लिहाजा यह पिछले 10 वर्षों में आईएसएल का सबसे कठिन सीजन है।”

–आईएएनएस

आरआर/

दिल्ली जल बोर्ड टेंडर अनियमितताएं : अदालत ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

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नई दिल्ली, 10 फरवरी (आईएएनएस)। यहां की एक अदालत ने दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) द्वारा टेंडर देने में अनियमितताओं से संबंधित एक मामले में शनिवार को मुख्य अभियंता (सेवानिवृत्त) जगदीश अरोड़ा और ठेकेदार अनिल अग्रवाल को 24 फरवरी तक 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोपियों को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था और अदालत में आवेदन दायर कर आरोपी व्यक्तियों को न्यायिक हिरासत में भेजने का अनुरोध किया था।

राउज़ एवेन्यू कोर्ट के ड्यूटी स्पेशल जज न्याय बिंदु ने जेल अधिकारियों को हिरासत के दौरान दोनों आरोपी व्यक्तियों की चिकित्सा जांच और उचित चिकित्सा सहायता मंहैया करवाने का निर्देश दिया।

ईडी के आरोपों में मेसर्स एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फ्लो मीटर की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग के लिए डीजेबी का ठेका देना शामिल है, जबकि कंपनी कथित तौर पर तकनीकी मानदंडों को पूरा नहीं कर रही थी।

यह दावा किया गया है कि आरोपियों ने 3 करोड़ रुपये की अवैध रिश्‍वत प्राप्त की और 38 करोड़ रुपये का ठेका मेसर्स एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को दे दिया, जिसने काम का उपठेका अनिल कुमार अग्रवाल के स्वामित्व वाली मेसर्स इंटीग्रल स्क्रू इंडस्ट्रीज को दे दिया।

ईडी की अर्जी का आरोपी अनिल अग्रवाल के वकील नागेश बहल ने विरोध किया।

आरोपी के वकील ने तर्क दिया कि कम लागत का टेंडर दिया गया था। उन्‍होंने ईडी पर अदालत को गुमराह करने का आरोप लगाया।

उन्होंने तर्क दिया कि अनुसूचित अपराध में सीबीआई द्वारा कोई आरोपपत्र दायर नहीं किया गया है और कहा कि ईडी को कार्रवाई करने से पहले आरोप पत्र का इंतजार करना चाहिए था।

गोवा में ‘सांप्रदायिक सद्भाव’ के साथ कार्निवल की शुरुआत

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पणजी, 10 फरवरी (आईएएनएस)। गोवा की राजधानी पणजी में शनिवार को कार्निवल की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि राज्य को देश की पर्यटन राजधानी बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।

कार्निवल की शुरुआत पणजी में अन्य चीजों के अलावा पर्यावरण और स्वास्थ्य के थीम पर रंग-बिरंगी सजावट वाली फ्लोट परेड के साथ हुई।

परेड को हरी झंडी दिखाने के बाद सावंत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हमें पर्यटकों को सुरक्षा देकर गोवा को देश की पर्यटन राजधानी बनाने की दिशा में काम करना है।”

सावंत ने कहा कि कार्निवल में विदेशी भी भाग ले रहे हैं।

उन्होंने कहा, “हमें सभी धर्मों के लोगों को एक साथ लेकर आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत है।”

पर्यटन मंत्री रोहन खौंटे ने कहा कि गोवा आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है।

उन्होंने कहा, ”हमें अपनी समृद्ध परंपरा और संस्कृति को चित्रित करना होगा। कार्निवल के माध्यम से हम इसे एक साथ मनाकर सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश फैला रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू पर्यटक ऐसे समारोहों में भाग लेते हैं और इसका आनंद लेते हैं।”

‘विवा कार्निवल’ के नारों के बीच, युवाओं ने पश्चिमी और कोंकणी ट्रैक पर नृत्य किया।

कार्निवल जुलूस, जो गोवा की पुर्तगाली विरासत का प्रतीक है, में रंग-बिरंगी झांकियों की लंबी परेड के रूप में सार्वजनिक उत्सव शामिल होता है, जिसमें कार्निवल के सम्राट राजा मोमो के नेतृत्व में मुखौटा लगाए नर्तक शामिल होते हैं।

किंग मोमो आमतौर पर स्थानीय रूप से चुने गए एक प्रतिष्ठित व्यक्ति होते हैं जिन्हें शहर की एक प्रतीकात्मक कुंजी दी जाती है और औपचारिक रूप से उत्सव की शुरुआत की घोषणा की जाती है।

आने वाले दिनों में 13 फरवरी तक राज्य के अन्य शहरों में भी इसी तरह की परेड आयोजित की जाएंगी।

पहले की सरकारों में थी कर्महीनता, हमने बनाया यूपी को सर प्लस स्टेट : मुख्यमंत्री योगी

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लखनऊ, 10 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को विधानसभा में बजट 2024-25 पर चर्चा के दौरान रहीम और तुलसीदास जी के दोहों के माध्यम से नेता विरोधी दल पर तमाम करारे प्रहार किए और 2016-17 के मुकाबले 2024-25 के बजट की तुलना भी की।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश का जो बेहतर माहौल बना है, उसी का परिणाम है कि 19 फरवरी को हम प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश का कार्यक्रम ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से करने जा रहे हैं। यह दिखाता है कि पोटेंशियल उत्तर प्रदेश में था, यहां का युवा उस प्रतिभा से लैस था, उसकी आकांक्षा भी थी, लेकिन कुछ करने की जिजीविषा प्रदेश की लीडरशिप में नहीं थी, सोच नहीं थी, विजन नहीं था, कर्महीनता की स्थिति थी, नीतिगत जड़ता थी। आज हम उत्तर प्रदेश को रेवेन्यू सर प्लस स्टेट बनाने में सफल रहे हैं।

सीएम योगी ने नेता विरोधी दल अखिलेश यादव पर एक के बाद एक करारे प्रहार किए। इसके लिए उन्होंने रहीम और तुलसीदास जी के दोहों का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि जब ये सत्ता में थे, तब इनकी अपनी प्राथमिकताएं थीं और उन्हीं को लेकर तुलसी दास जी ने कहा है, ‘सकल पदारथ ऐही जग माहीं, करमहीन नर पावत नाहीं।’ इनकी प्राथमिकता विकास नहीं था, किसान नहीं था, युवा नहीं था, महिलाएं नहीं थी, गरीब नहीं था।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि लगा था कि बजट भाषण में जब किसानों की बात आएगी तो नेता विरोधी दल अवश्य चौधरी साहब का स्मरण करेंगे, लेकिन ‘बिगरी बात बने नहीं, लाख करो किन कोय, रहिमन फाटे दूध को, मथे न माखन होय।’ ये स्थिति आज उनकी हो चुकी है। कोई साथ में आने को तैयार ही नहीं है। सबको मालूम है कि पता नहीं कहां किसको धोखा दे दें।

इसके बाद सीएम योगी ने तुलसीदास के दोहे का जिक्र करते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम भरत जी से कहते हैं कि ‘बरसत हरषत लोग सब करषत लखै न कोई, तुलसी प्रजा सुभाग ते भूप भानु सो होई।’ इन पंक्तियों का अर्थ समझाते हुए उन्होंने बताया कि जैसे सूर्य, समुद्र, नदी, तालाब से पानी लेता है, लेकिन किसी को पता नहीं चलता, परंतु जब वह बादल के रूप में बरसते हैं तो सबको पता चलता है। यही स्थिति इस लोककल्याणकारी और लोकमंगल बजट की भी है। यह बजट बिना भेदभाव के सभी 75 जनपदों को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है। आज उत्तर प्रदेश बीमारू नहीं, रेवेन्यू सर प्लस स्टेट है। यह 7 वर्ष में बिना कोई टैक्स लगाए हुए हुआ है। मंडी शुल्क को आधा किया गया है। प्रदेश में डीजल पेट्रोल की दर देश में सबसे कम है। इसके पीछे रामराज्य की ही अवधारणा है। नेता विरोधी दल को इन सारी चीजों से चिढ़ थी।

सीएम योगी ने कहा कि 2017 में जब हमने अपना पहला बजट सदन में प्रस्तुत किया था, उस समय भी हमने कहा था कि हम यह बजट मर्यादा पुरुषोत्म प्रभु श्रीराम को साक्षी मानकर प्रस्तुत कर रहे हैं। ये हमारा सौभाग्य है कि हमारी सरकार ने जब अपना आठवां बजट प्रस्तुत किया है तो अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य और दिव्य मंदिर बनकर के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भी बड़ी धूमधान के साथ संपन्न हो चुका है। इसलिए यह बजट भी श्रीराम के श्री चरणों में समर्पित है, क्योंकि प्रभु श्रीराम लोकमंगल का प्रतीक हैं, ये बजट भी लोकमंगल का है। अमृतकाल के इस पहले बजट में रामराज्य की अवधारणाओं को साकार करने का पूरा प्रयास हुआ है। हो सकता है कि नेता विरोधी दल को बजट के आकार को लेकर आपत्ति हो, क्योंकि पहली बार उत्तर प्रदेश का बजट 7.36 लाख रुपए का है। यह ऐतिहासिक वर्ष का ऐतिहासिक बजट भी है।

लिपि विवाद: त्रिपुरा छात्र संगठन ने 12 फरवरी से सड़क, रेल बंद का आह्वान किया

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अगरतला, 10 फरवरी (आईएएनएस)। विपक्षी टिपरा मोथा पार्टी की छात्र शाखा टिपरा इंडिजिनस स्टूडेंट्स फेडरेशन (टीआईएसएफ) सोमवार से राष्ट्रीय राजमार्ग -8 और रेल मार्गों की अनिश्चित काल के लिए नाकेबंदी की योजना बना रही है।

एनएच-8 त्रिपुरा की जीवन रेखा है जिसके पास इसे शेष भारत से जोड़ने वाली एक अकेली रेलवे लाइन भी है।

यह नियोजित नाकाबंदी त्रिपुरा बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (टीबीएसई) के उस फैसले के खिलाफ छात्रों के विरोध का हिस्सा है, जिसमें आदिवासी छात्रों को ‘कोकबोराक’ भाषा की परीक्षा में रोमन लिपि में उत्तर लिखने की अनुमति देने से मना कर दिया गया है।

कोकबोराक बोरोक लोगों की भाषा है जिन्हें भौगोलिक रूप से त्रिपुरिस के नाम से जाना जाता है।

टीबीएसई 1 मार्च से उच्च माध्यमिक और माध्यमिक परीक्षाएं आयोजित करेगा और दोनों परीक्षाओं में पाँच हजार से अधिक आदिवासी छात्र उपस्थित होंगे।

उनमें कई ‘कोकबोराक’ भाषा के प्रश्नों के उत्तर बांग्ला की बजाय रोमन लिपि में लिखना चाहते हैं।

इस मुद्दे पर हाल ही में त्रिपुरा विधानसभा सत्र के दौरान भी हंगामा हुआ था।

टीआईएसएफ अध्यक्ष सजरा देबबर्मा ने 12 फरवरी से नाकाबंदी की घोषणा करते हुए कहा कि टीबीएसई अध्यक्ष धनंजय गण चौधरी ने पहले कहा था कि बंगाली और अंग्रेजी दोनों लिपियों की अनुमति होगी। लेकिन हाल ही में उन्होंने अपना फैसला बदलते हुए कहा कि केवल बंगाली लिपि को अनुमति दी जाएगी।

कई वर्षों तक, टीबीएसई परीक्षाओं में कोकबोराक भाषा के प्रशनों के उत्तर बंगाली और अंग्रेजी दोनों लिपियों में लिखे गए थे।

छात्र नेता ने मीडिया से कहा, “हमारी सड़क और रेल मार्ग की नाकाबंदी तब तक जारी रहेगी जब तक हमें मुख्यमंत्री (माणिक साहा) से लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता कि वह बोर्ड परीक्षाओं में कोकबोराक भाषा के लिए रोमन लिपि की अनुमति देंगे।”

देबबर्मा ने स्पष्ट किया कि वह बंगाली लिपि के खिलाफ नहीं हैं लेकिन “हमारी मांग दोनों लिपियों को अनुमति देने की है ताकि छात्रों के पास विकल्प हो।”

हम यहां सेमीफ़ाइनल जीतने के लिए नहीं बल्कि फ़ाइनल जीतने आए हैं: स्ट्राकर

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बेनोनी, 10 फरवरी (आईएएनएस) ऑस्ट्रेलिया के लिए अंडर-19 विश्व कप सेमीफाइनल में पाकिस्तान पर रोमांचक जीत के हीरो रहे तेज गेंदबाज टॉम स्ट्राकर ने कहा कि टीम में चर्चा सिर्फ अंतिम चार चरण में जीत से संतुष्ट नहीं होने के बारे में थी और उनका लक्ष्य फाइनल भी जीतना है।

2024 अंडर19 पुरुष विश्व कप के विजेता का फैसला करने के लिए रविवार को बेनोनी के विलोमूर पार्क में ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला गत चैंपियन भारत से होगा। खिताबी मुकाबले से पहले दोनों टीमें पूरी प्रतियोगिता में अजेय रही हैं।

स्ट्राकर ने सेमीफाइनल जीत के बाद टीम बस में क्रिकेट.कॉम.एयू से बातचीत के बारे में कहा, “हर कोई अभी भी बहुत उत्साहित था। तब हम ऐसे थे, ‘हमने अपना आनंद ले लिया है, लेकिन अब इसे रोकना होगा।’ हम यहां सेमीफाइनल जीतने के लिए नहीं आए थे, हम यहां फाइनल जीतने के लिए आए हैं।”

स्ट्राकर 6-24 के स्पेल के साथ पाकिस्तान पर तनावपूर्ण सेमीफाइनल जीत में प्लेयर ऑफ द मैच थे, जो टूर्नामेंट के अंतिम चार चरण में अब तक का सबसे अच्छा आंकड़ा था। उन्होंने कहा, “हमारे देखने के क्षेत्र में एक टीवी था और कमेंटेटर इसके बारे में बात कर रहे थे, सभी लड़के इसे पसंद कर रहे थे, लेकिन मुझे लगा कि यह एक अच्छा रिकॉर्ड है लेकिन मैं इसके बारे में ज्यादा परेशान नहीं था। यह काफी गर्व की बात है, लेकिन चीजों की योजना में यह वास्तव में मायने नहीं रखता है। “

भारत ने पहले सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर दो विकेट की जीत में दिखाया कि वे खुद को परेशानी से बाहर निकाल सकते हैं, जहां उन्होंने 32/4 से उबरकर 245 रनों का पीछा किया, स्ट्राकर को लगता है कि उनके गेंदबाजी आक्रमण में उदय सहारन को डराने की क्षमता है।

“हमारे पास काफी अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है। हमने इस टूर्नामेंट के दौरान कुछ टीमों को डराया है और उम्मीद है कि हम फाइनल में भी भारत के साथ ऐसा ही करेंगे। यहां की पिच भी थोड़ी उछाल वाली है। जैसा कि आपने पूरे टूर्नामेंट में देखा है। हम अपने बाउंसरों का भरपूर उपयोग करते हैं इसलिए यह हमारे गेम प्लान का हिस्सा होगा। यहां सभी लड़के, विशेष रूप से महली और विडलर, बम्पर पसंद करते हैं, हम ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज हैं, निश्चित रूप से, हम बम्पर पसंद करते हैं, इसलिए मुझे यकीन है उनमें से बहुत सारे होंगे।”

उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “जब ड्रा निकला, तो हमने उस पर एक नज़र डाली और सोचा कि अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो उम्मीद है कि हम फाइनल में होंगे और हम हमेशा उम्मीद कर रहे थे कि फाइनल में भी भारत ही होगा। जाहिर है, उनका बल्लेबाजी उनकी सफलता का एक बड़ा हिस्सा रही है और हमारी गेंदबाजी भी, इसलिए यह एक अच्छा मैच-अप होना चाहिए। “

पलामू में 456 करोड़ की सिंचाई परियोजना का शिलान्यास, सीएम चंपई बोले- हम हेमंत की सोच को आगे बढ़ाएंगे

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रांची, 10 फरवरी (आईएएनएस)। झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शनिवार को 456.6 करोड़ की लागत वाली पलामू पाइपलाइन सिंचाई परियोजना का शिलान्यास करते हुए कहा कि हमारी सरकार हेमंत सोरेन की सोच और विकास की परिकल्पनाओं को आगे बढ़ा रही है। हेमंत सोरेन झारखंड के युवा सम्राट हैं, लेकिन उन्हें परेशान किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सुखाड़ का संकट झेलने वाले पलामू के किसानों के खेत-खलिहान में 12 महीना पानी पहुंचाएंगे। इस सिंचाई योजना के तहत उत्तरी कोयल, औरंगा और सोन नदी का पानी लिफ्ट कर छोटे-बड़े डैम, चेक डैम, तालाब, आहर सहित विभिन्न जलाशयों तक पहुंचाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने केंद्र सरकार से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के लिए आवास मांगे थे। कई बार पत्राचार किया, लेकिन उन्होंने मंजूरी नहीं दी। हमारे 8 लाख से अधिक जरूरतमंद परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित रह गए। अब हमारी सरकार अपने दम पर अबुआ आवास योजना के तहत तीन कमरों का घर आवास योजना वंचित लोगों को दे रही है।

चंपई सोरेन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कोविड काल के दौरान हेमंत सोरेन सरकार द्वारा किए गए कार्यों को अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि उन्होंने संक्रमण के दौरान मैनेजमेंट को लेकर इतना बेहतर कार्य किया कि बगैर किसी अफरा-तफरी के एक-एक व्यक्ति तक हर सुविधा उपलब्ध कराई। राज्य में कोई एक व्यक्ति भी भूखा नहीं सोया। मेडिकल अस्पतालों में कम संसाधनों के बावजूद बेहतर चिकित्सा सुविधा राज्य सरकार ने उपलब्ध कराई। हमारे प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से वापस झारखंड लाने का कार्य कर दिखाया।

आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक विकास के लिए हेमंत सोरेन सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना से इंजीनियरिंग, डॉक्टर, डिप्लोमा की पढ़ाई करने वालों को 20 लाख रुपए तक का आसान ऋण मिलेगा। हमारी सरकार ने झारखंड में स्थापित उद्योग संस्थानों में 75 फीसदी नियोजन यहां के मूलवासी, आदिवासी सहित अन्य वर्ग समुदाय के लोगों को देने का कानून बनाया है। आदिवासी-दलित समुदाय के महिला-पुरुषों को अब 50 साल की उम्र के बाद से ही पेंशन योजना का लाभ दिया जाएगा। परियोजना के शिलान्यास के मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, विधायक मिथिलेश कुमार ठाकुर भी उपस्थित रहे।

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