जोधपुर, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। जोधपुर स्थित राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के सुल्तान सिंह स्टेडियम में शुक्रवार को 63वें दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार रहे। इस कार्यक्रम में आरपीटीसी जोधपुर के प्लाटून कमांडर बैच संख्या 33 की पांच महिला और छह पुरुष शामिल थे। उनके अलावा रिक्रूटमेंट बैच संख्या 87 की 34 महिलाओं और 147 पुरुषों के साथ कुल 181 जवान पास आउट हुए।
मुख्य अतिथि विकास कुमार ने इस अवसर पर सभी प्रशिक्षकों की कठिन मेहनत की सराहना की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पुलिस कार्यप्रणाली, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023, मानवाधिकार, सूक्ष्म कौशल, आउटडोर विषयों, पीटी परेड, हथियारों की जानकारी और फायरिंग का प्रशिक्षण दिया गया।
विकास कुमार ने कहा कि इस संस्थान ने सभी प्रशिक्षुओं को पुलिस सेवा के लिए पूर्ण रूप से तैयार किया है। उन्होंने राजस्थान पुलिस के गौरवपूर्ण इतिहास का जिक्र करते हुए जवानों से कहा कि उन्हें अपनी ड्यूटी को लगन, मेहनत और निष्ठा के साथ निभाना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वे न केवल उनके, बल्कि उपस्थित सभी जनों और राजस्थान की जनता के विश्वास पर खरे उतरेंगे।
मुख्य अतिथि ने कहा कि जवानों को यह ध्यान रखना चाहिए कि आम जन को पुलिस थाने या चौकी आने में किसी प्रकार का डर नहीं होना चाहिए और उन्हें विश्वास हो कि पुलिस हमेशा उनकी मदद के लिए तत्पर है। साथ ही, अपराधियों में पुलिस का डर पैदा करने के लिए उन्हें अपनी वर्दी और कर्म का पूरा इस्तेमाल करना चाहिए।
उन्होंने जोर दिया कि यदि हम जाति और धर्म के भेदभाव को छोड़कर केवल खाकी को अपना धर्म मानेंगे, तो ही हम पुलिस के प्रति आम जनता का विश्वास बना सकेंगे। इस तरह, आज से उनकी वर्दी ही उनका धर्म और जाति है।
उप महानिरीक्षक हरेंद्र महावर ने बताया राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केंद्र जोधपुर में आज 181 रिक्रूट कांस्टेबल और 11 प्लाटून कमांडरों की पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। कुल मिलाकर 192 लोग इस अवसर पर पास आउट हुए हैं। ये सभी प्रशिक्षु लंबे समय से कठिन मेहनत और अनुशासन से गुजरते हुए इस दिन का इंतजार कर रहे थे।
उन्होंने आगे कहा, “इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण स्टाफ ने उत्कृष्ट मेहनत की, और आज पासिंग आउट परेड के दौरान उन्होंने अपनी क्षमताओं और निपुणताओं का प्रदर्शन किया। आप सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद करता हूं कि आपने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मुझे उम्मीद है कि हमारे जवान और अधिकारी भविष्य में इसी तरह के अनुशासन और कड़ी मेहनत का परिचय देते रहेंगे, ताकि वे आम जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतर सकें।”