रायपुर
भाजपा के नेता अमित शाह द्वारा बस्तर में दिये गये चुनावी भाषण पर प्रहार करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि 3 दिसंबर को भाजपा छत्तीसगढ़ में बीते दिनों की पार्टी हो जायेगी। अमित शाह को भी पता है बस्तर में भाजपा का खाता भी नहीं खुलेगा। अमित शाह कितना भी प्रलाप कर ले बस्तर के लोग भाजपा के बहकावे में नहीं आने वाले। भाजपा ने 15 सालों तक बस्तर के लोगों का शोषण किया था।
बस्तर के आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों को बंधक बनाकर रखा था। अमित शाह भाजपा राज में 15 सालों तक बस्तर की बदहाली के लिये माफी मांगे। तत्कालीन भाजपा सरकार की अकर्मण्यता के कारण बस्तर अशांत था। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बस्तर में शांति की स्थापना हुई है। आज अमित शाह बस्तर के शांति की स्थापना के लिये केन्द्र और अपनी पीठ थपथपा रहे जबकि भूपेश सरकार के द्वारा विश्वास, विकास, सुरक्षा की नीति के कारण बस्तर के लोगो में भरोसा बढ़ा और शांति की स्थापना हुई। रमन राज में बस्तर का आदिवासी आर्थिक सामाजिक शैक्षणिक विकास की दौड़ में पिछड़ गया था। रमन सरकार ने आदिवासियों को जबरिया जेल की सलाखों के पीछे धकेला था। अमित शाह कितना भी झूठ बोले अब बस्तर भाजपा के धोखे में नहीं आयेगा।
बैज ने कहा कि अमित शाह वोट लेने के लिये झूठा दावा कर रहे कि नगरनार संयंत्र को मोदी सरकार ने बेचने का फैसला वापस लिया है। हकीकत यह है कि मोदी सरकार ने नगरनार संयंत्र को बेचने के लिये कार्यवाही शुरू कर दिया है। अमित शाह में साहस है तो वे नगरनार बेचने के फैसले को वापस लेने का आदेश दिखाये। मोदी सरकार नगरनार ही नहीं नंदराज पर्वत भी अडानी को फिर से सौपना चाह रही हैं छत्तीसगढ़ में सरकार भाजपा अड़ानी के हितो की रक्षा के लिये बनाना चाह रही। अमित शाह, रमन सिंह और उनके सहयोगियो के 1 लाख करोड़ के भ्रष्टाचार पर क्यों मौन है? 15 सालो तक छत्तीसगढ़ को भाजपा का एटीएम बनाकर रखा था अब छत्तीसगढ़ को अडानी को सौंपने की तैयारी में भाजपा है। भाजपा चुनाव अडानी के एजेंट के रूप में लड़ रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा के मंसूबे को सफल नहीं होने देगी।