Monday, April 28, 2025
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ट्रोलिंग से सेलेब्स परेशान, कुछ को तो बेवजह किया गया ट्रोल

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मुंबई, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। बॉलीवुड स्टार्स हो या टीवी के सितारे, घर-घर का हिस्सा बने होते हैं। उनका अपना फैन बेस होता है। नेम और फेम होता है, बावजूद इसके उन्हें अक्सर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ता है। लोग किसी न किसी बात पर उन्हें ट्रोल करते रहते हैं। आज हम कुछ ऐसे ही सितारों के बारे में बात करेंगे, जिन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया, इनमें तो कुछ ऐसे सितारे हैं, जो बेवजह ट्रोल हुए।

दीपिका कक्कड़ और शोएब इब्राहिम- पहलगाम आतंकी हमले से पहले दीपिका और शोएब कश्मीर घूमने गए थे और वहां की वादियों से तस्वीरें और वीडियो पोस्ट कर रहे थे। फैंस के लगातार कमेंट के चलते शोएब ने एक पोस्ट शेयर किया और लिखा, ”हैलो दोस्तों, आप हमारी सलामती के लिए फिक्रमंद थे। हम सब सेफ हैं, ठीक हैं। आज ही सुबह हमने कश्मीर छोड़ दिया था और हम सुरक्षित दिल्ली पहुंच चुके हैं। आपकी फिक्र के लिए शुक्रिया। हमारा नया व्लॉग जल्द ही आएगा।”

पोस्ट में व्लॉग का जिक्र करने पर लोग भड़क उठे। एक यूजर ने ट्रोल करते हुए लिखा, ‘न्यू व्लॉग कमिंग सून… सच में, आप आतंकी हमले में पीड़ितों के लिए कुछ नहीं कहेंगे। इसमें भी सिर्फ व्लॉग की पड़ी है। उन लोगों को शर्म आनी चाहिए, जो आपके चैनल को सब्सक्राइब कर आपको देखते हैं।’

वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, ’25 से ज्यादा लोग मारे गए और आपका लोगों के लिए मैसेज और फिक्र सिर्फ आपके व्लॉग के बारे में है। शर्म आनी चाहिए।’

स्वरा भास्कर- बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर यूं तो ट्रोल होती रहती हैं, लेकिन हाल ही में उन्हें बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की पोस्ट के जरिए भाजपा सरकार पर निशाना साधने पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। दरअसल, पहलगाम में धर्म पूछकर गोली मारने की खबर पर गुस्सा जाहिर करते हुए बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने एक्स पर एक पोस्ट किया था- ”आजकल कलमा सीख रहा हूं, पता नहीं कब जरूरत पड़े।” उनके इस पोस्ट के जरिए बीजेपी पर तंज कसते हुए स्वरा भास्कर ने लिखा, ‘बताओ, 67 साल की ज्यादातर कांग्रेस सरकार में ये न करना पड़ा… 2014 की ‘असली आजादी’ के बाद क्या हाल हो गया?’

इस पर एक्स यूजर्स ने स्वरा को आड़े हाथों लिया और उन्हें जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। उनके इस पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा- ‘ये जो कलमा पढ़ना सीखना पड़ रहा है, उसकी बुनियाद 67 साल कांग्रेसी सरकार रही है, इसीलिए ही तो ये दिन देखना पड़ रहा है।’, दूसरे यूजर ने लिखा- ‘आपने तो प्रैक्टिस कर लिया होगा बढ़िया से, आप पूरी तरह से सेफ हो.. आप कश्मीर घूमने जा सकती हो।’, अन्य यूजर ने लिखा- ‘शर्म आती है तुम्हारे जैसे लोगों पर, जो इस हालात में भी राजनीति करने के बारे में सोच रहे हैं।’

सुरभि चंदना- टीवी एक्ट्रेस सुरभि को हाल ही में बेवजह ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था। दरअसल, उनकी शक्ल युजवेंद्र चहल की एक्स वाइफ धनश्री वर्मा से काफी मिलती है। तलाक को लेकर लोगों ने उन्हें धनश्री समझ लिया और ट्रोल करने लगे। एक यूजर ने लिखा- ‘युजी भाई को तलाक क्यों दिया?’ दूसरे यूजर ने लिखा- ‘चहल भाई को धोखा दे दिया। उनके साथ आपने सही नहीं किया।’

अरमान मलिक- सिंगर अरमान मलिक को भी बिना किसी कारण ट्रोल किया गया। लोग उन्हें यूट्यूबर अरमान मलिक समझकर टैग करने लगे और जमकर ट्रोल करने लगे। आपको बता दें यूट्यूबर अरमान मलिक की दो पत्नियां पायल मलिक और कृतिका मलिक हैं, जिसके चलते वह ट्रोलर्स के निशाने पर रहते हैं। कुछ लोग सिंगर को यूट्यूबर अरमान मलिक समझकर टैग कर देते हैं। इस बेवजह ट्रोलिंग से परेशान होकर उन्होंने एक पोस्ट किया और कहा कि लोग यूट्यूबर को उनके नाम से टैग कर रहे हैं, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे उन्हें यूट्यूबर अरमान मलिक समझकर गलत तरीके से टैग न करें।

यूपी : भूपेंद्र चौधरी ने किसान नेता नरेश टिकैत को पाक पर दिए बयान से बचने की दी नसीहत

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हापुड़, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर पूरे देश में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने आतंकी हमले के लिए भारत सरकार की गलती और सिंधु जल संधि निरस्त कर पूरे पाकिस्तान को सजा नहीं देने वाला बयान दिया। भारतीय जनता पार्टी के यूपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पलटवार करते हुए उन्हें ऐसे बयानों से बचने की नसीहत दी।

दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकवादियों के पनाहगार पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को मानते हुए भारत सरकार ने कई बड़े और कड़े फैसले लिए। इसमें तत्काल प्रभाव से 1960 सिंधु जल समझौता को निरस्त करना भी शामिल है। इसी बीच किसान नेता नरेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “सभी पाकिस्तानी आतंकी नहीं होते, पानी रोकने से किसी समस्या का हल नहीं होगा। ऐसे आतंकी हमले के लिए सरकार की भी गलती है। सरकार ने सेना में कटौती की है। सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन इस तरह पानी रोककर पूरे पाकिस्तान को सज़ा देना सही नहीं है।”

नरेश टिकैट के इस बयान का भाजपा नेता विरोध कर रहे हैं और उनसे माफी मांग कर रहे हैं। वहीं, यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने उनसे इस तरह के बयानों से बचने की नसीहत दी। भूपेंद्र चौधरी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “मैं उनके बयान की निंदा करता हूं। वे संगठन के एक जिम्मेदार नेता हैं। इस प्रकार का बयानबाजी करना, कहीं न कहीं देश विरोधी ताकतों को मजबूत करना है। मुझे विश्वास है कि नरेश टिकैत जैसे मजबूत नेता ऐसी बयानबाजी से बचेंगे।”

उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर दुख प्रकट करते हुए कहा, “यह घटना निश्चित रूप से दुखद है, यह हमारे लिए बड़ी घटना है। देश के नागरिकों से उनका धर्म पूछ कर ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया गया, इस पर सरकार सजग है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हैं।”

भूपेंद्र चौधरी ने वक्फ की जमीनों पर अवैध कब्जे पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, “वक्फ बोर्ड की जमीनों पर भूमाफियाओं का कब्जा है। वक्फ बोर्ड की जमीन को किसी जनहित सामाजिक कार्य हेतु इस्तेमाल नहीं किया गया। उन्होंने बिना नाम लिए कई कांग्रेस नेताओं पर भी वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जा करने का आरोप लगाया।”

यूट्यूब ने गुंजन सोनी को भारतीय बाजार के लिए नया कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया

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मुंबई, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। ग्लोबल स्ट्रीमिंग दिग्गज यूट्यूब ने सोमवार को घोषणा करते हुए बताया कि कंपनी की ओर से गुंजन सोनी को भारत के लिए कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है।

बिजनेस, टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग और ई-कॉमर्स में दो दशकों से अधिक के नेतृत्व अनुभव के साथ सोनी भारत में यूट्यूब के विकास और इनोवेशन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।

यूट्यूब एपीएसी के वाइस प्रेसिडेंट गौतम आनंद ने कहा, “भारत में यूट्यूब की जर्नी वाइब्रेंट और डायनैमिक बनी हुई है, जो कि देश की क्रिएटिव एनर्जी और संभावनाओं से भरी होने को दर्शाता है। मैं यूट्यूब के भारत में विकास के अगले चरण का मार्गदर्शन करने के लिए एक अनुभवी लीडर गुंजन का स्वागत करने के लिए उत्साहित हूं।”

उन्होंने एक स्टेटमेंट में कहा, “क्रिएटर इकोनॉमी और भारत के वीडियो कॉमर्स लैंडस्कैप को लेकर गुंजन की गहरी समझ उनके नेतृत्व के साथ हमें क्रिएटर की ग्रोथ को बढ़ाने में मददगार होगी। इसके साथ ही नए अवसरों की खोज, यूजर्स के इंगेजमेंट को बढ़ाने और भारत की डिजिटल जर्नी में सार्थक योगदान देने में उनकी भूमिका कंपनी के लिए अहम होगी।”

गुंजन ने जालोरा से यूट्यूब को जॉइन किया है, जहां वे सिंगापुर में छह साल तक ग्रुप सीईओ के रूप में कार्यरत रहीं।

यूट्यूब के अनुसार, गुंजन ने अपने कार्यकाल के दौरान नई कैटेगरी और बिजनेस मॉडल, इनोवेशन को बढ़ावा देने और पर्सनलाइजेशन के जरिए यूजर के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने, सफल लॉयल्टी प्रोग्राम को लेकर निर्णायक भूमिका निभाई।

सोनी के पास भारतीय मीडिया और मार्केटिंग का भी महत्वपूर्ण अनुभव है, उन्होंने स्टार इंडिया में ईवीपी और मिंत्रा में सीएमओ के रूप में काम किया है।

इससे पहले, वे मैकिन्से में कंज्यूमर और मार्केटिंग प्रैक्टिस में भागीदार थीं। गुंजन फॉर्च्यून 500 कंपनी सीबीआरई ग्रुप के बोर्ड में काम करती हैं।

उन्होंने कहा, “मैं बेहद खुश हूं कि मैं इस डायनैमिक टीम का हिस्सा बन रही हूं। इसके साथ ही मैं ऐसे प्लेटफॉर्म का नेतृत्व करने के लिए उत्साहित हूं, जिसने लंबे समय से टैलेंट के पावरहाउस भारतीय क्रिएटर इकोनॉमी का समर्थन किया है।”

उन्होंने कहा, “मैं इस नींव पर निर्माण करने, इनोवेशन को बढ़ावा देने और क्रिएटर्स को नई कहानी कहने के अवसरों को पेश करने के लिए उत्साहित हूं। साथ ही प्लेटफॉर्म की भूमिका को वैश्विक स्तर पर बढ़ाने और दर्शकों तक पहुंचने में मदद करने के लिए तैयार हूं।”

13 साल बाद टीवी इंडस्ट्री में वापसी करने जा रहे राजेश जैस, ‘वसुधा’ में आएंगे नजर

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मुंबई, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। अभिनेता राजेश जैस 13 साल के लंबे अंतराल के बाद जी टीवी के शो ‘वसुधा’ से टेलीविजन इंडस्ट्री में वापसी करने जा रहे हैं। शो में वह गांव के एक ईमानदार, अनुशासित व्यक्ति के किरदार में नजर आएंगे, जिसका नाम सूर्या सिंह राठौड़ है।

राठौड़ की दुनिया उसकी बेटी दिव्या के इर्द-गिर्द घूमती है। एक बहुत ही मजबूत और सिद्धांतवादी किरदार होने के नाते, सूर्या की एंट्री से ‘वसुधा’ में एक नया मोड़ आने की उम्मीद है।

‘वसुधा’ के साथ वापसी को तैयार अभिनेता ने अपना उत्साह शेयर करते हुए कहा, “लगभग 13 साल बाद टेलीविजन पर वापसी करना एक बेहद संतोषजनक अनुभव रहा। मैंने हमेशा अरविंद बब्बल के कहानी कहने और अनुशासन के नजरिए की प्रशंसा की है, उनके साथ पहले भी एक फिल्म और एक धारावाहिक में काम किया है।”

उन्होंने कहा, “सूर्या सिर्फ एक पिता नहीं है, वह वफादारी और गहरे मूल्यों से बना व्यक्ति है। ऐसे व्यक्ति की भूमिका निभाना, जो अपनी बेटी के लिए बेस्ट करने की कोशिश करता है, चुनौतीपूर्ण है। ऐसी भूमिकाएं निभाने की लालसा हर अभिनेता में होती है।“

अपने शूटिंग के अनुभव को शेयर करते हुए उन्होंने कहा, “जयपुर में शूटिंग करने से एक नई एनर्जी मिली और मुझे एक नए रूप और व्यक्तित्व में कदम रखने में बहुत मजा आया। पिछला एपिसोड देखने से मुझे अपने पुराने टेलीविजन के दिनों की याद आ गई, जो संतोषजनक है। इस तरह की बारीक कहानी को टाइट शेड्यूल के तहत पूरा करने के लिए क्रिएटिव टीम को क्रेडिट दिया जाना चाहिए। ‘वसुधा’ के कलाकार और निर्देशक की टीम कमांडो की तरह काम करती है, जो केंद्रित, सटीक और भावुक है, उनके समर्पण को सलाम।”

‘वसुधा’ रात 10 बजकर 15 मिनट पर जी टीवी पर प्रसारित होता है।

कयामत से कयामत तक : म्यूजिकल-रोमांस के हर गाने सुपरहिट, ‘पापा कहते हैं’ ने बदल दी आमिर और उदित की तकदीर

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मुंबई, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। 1988 में आई थी म्यूजिकल रोमांटिक फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’। 37 साल पहले आई मंसूर खान के निर्देशन में बनी ‘क्यूएसक्यूटी’ में आमिर खान और जूही चावला ने हीर-रांझा, रोमियो-जूलियट, लैला और मजनू की अमर प्रेम कथा को नए अंदाज में पेश किया था। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया और इसके हर गाने दिल को छू गए…आप अक्सर सुनते होंगे, ‘पापा कहते हैं’, ‘ऐ मेरे हम सफर’ जैसे गाने, जो इसी फिल्म के हैं। ये ऐसे गीत थे जिन्होंने आमिर खान और सिंगर उदित नारायण को नया मुकाम दिया।

सिनेमाघरों में धमाल मचाने वाली फिल्म ने आमिर खान और जूही चावला के करियर को एक नई दिशा दी और उन्हें ‘स्टार’ बनाने में मदद की। सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का खिताब जीता। वहीं, सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक सहित ग्यारह नामांकनों में से आठ फिल्मफेयर पुरस्कार फिल्म ने अपने नाम किए थे।

आमिर खान ने इसी फिल्म के साथ बतौर लीड एक्टर करियर को परवाज दी थी। फिल्म में जूही चावला के साथ उनकी केमिस्ट्री लोगों को खूब भाई। इसके बाद ये जोड़ी कई हिट फिल्म देने में कामयाब रही।

अब नजर डालते हैं हिंदी सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर बनने वाली फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ के गानों पर… आनंद-मिलिंद ने फिल्म के साउंडट्रैक को तैयार किया था, जो बेहद सफल और लोकप्रिय हुआ। दशकों बाद भी इसका जादू कायम है।

फिल्म के गाने ‘पापा कहते हैं’ को भला कैसे इग्नोर किया जा सकता है। इस गाने ने फिल्म की सफलता में न केवल महत्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि उदित नारायण को म्यूजिक इंडस्ट्री का एक चमकता सितारा बना दिया।

उदित नारायण झा की गायकी का हर कोई दीवाना है। उदित काफी छोटी उम्र से ही गाना गाने लगे थे। उदित ने नेपाली फिल्म से करियर की शुरुआत की थी और बॉलीवुड में ‘उन्नीस-बीस’ के साथ डेब्यू किया था। हालांकि, उनकी किस्मत आमिर खान की फिल्म से बदली।

उदित ने आमिर खान की फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ में ‘पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा’ समेत कई गानों को अपनी आवाज दी। ‘पापा कहते हैं’ सुपरहिट साबित हुआ। इस गाने के बाद उदित नारायण के पास ऑफर्स की लाइन लग गई। इस गाने के लिए उन्हें पहली बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक का फिल्मफेयर अवार्ड मिला था।

पहली बार फिल्म में बतौर लीड एक्टर नजर आए अभिनेता आमिर खान ने फिर कभी मुड़कर पीछे नहीं देखा।

गौतमबुद्धनगर जिले में ‘नो हेलमेट, नो फ्यूल’ अभियान सख्ती से लागू होगा, डीएम ने दिए निर्देश

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गौतमबुद्धनगर, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और जनहानि रोकने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति एवं विद्यालय वाहन परिवहन सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।

बैठक में सड़क सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और संबंधित विभागों को कड़े निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा अत्यंत गंभीर विषय है और सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करना चाहिए।

उन्होंने निर्देश दिया कि सभी दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट और चारपहिया चालकों के लिए सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। इस दिशा में ‘नो हेलमेट, नो फ्यूल’ अभियान को जिले में कड़ाई से लागू करने का निर्णय लिया गया।

इसके तहत बिना हेलमेट पहने दोपहिया चालकों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं मिलेगा। इसके अलावा बिना हेलमेट और सीट बेल्ट के सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों, विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों में प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।

बैठक में ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर दुर्घटना संभावित स्थलों पर त्वरित सुधार कार्य कराए जाने के निर्देश भी दिए गए। डीएम ने संबंधित विभागों को संयुक्त निरीक्षण कर अवैध कटों को भी दुरुस्त करने का आदेश दिया। इस दौरान स्कूल की गाड़ियों की फिटनेस और चालकों की स्वास्थ्य जांच पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए गए।

जिलाधिकारी ने कहा कि बिना फिटनेस प्रमाणपत्र के कोई भी स्कूल वाहन सड़क पर नहीं चलना चाहिए। इसके लिए परिवहन विभाग और शिक्षा विभाग को समन्वय स्थापित कर कार्रवाई करने को कहा गया। सड़क सुरक्षा को जन आंदोलन बनाने की दिशा में गांव-गांव यातायात जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।

जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत बैठकों के माध्यम से तथा स्वास्थ्य कर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से आम जनता को यातायात नियमों के पालन के लिए जागरूक किया जाए। इसके साथ ही, सड़कों पर आवारा पशुओं को हटाने और अनधिकृत वाहनों पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए।

बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) मंगलेश दुबे, एसीपी ट्रैफिक शकील अहमद, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ. उदित नारायण पांडेय, लोक निर्माण विभाग के अभियंता, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बस-ट्रक यूनियन के प्रतिनिधि तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी और गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

विजय वडेट्टीवार जैसे लोगों को भगवान सद्बुद्ध‍ि दें : ललन सिंह

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नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार की ओर से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई आतंकी घटना पर ‘धर्म पूछकर आतंकी नहीं मारते’ वाले बयान पर सियासत तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि ऐसे लोगों को भगवान सद्बुद्ध‍ि दें।

सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस धरती पर इस तरह के लोग भी हैं, इनके बारे में क्या कह सकते हैं। पहलगाम में दूसरे राज्यों से आए पर्यटकों की मौत पर कांग्रेस नेता इस तरह का बयान देते हैं, भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें। भगवान उन्हें थोड़ा देश प्रेम का ज्ञान भी दें। जिससे वह राजनीति से उठकर देश प्रेम की ओर भी बढ़ें।

दूसरी ओर पहलगाम आतंकी घटना पर अन्य कांग्रेसी नेताओं की बयानबाजी पर केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि इस आतंकवादी घटना से देश भर के लोगों में गुस्सा है। जम्मू कश्मीर के नागरिक भी गुस्से में हैं। क्योंकि, इस आतंकी हमले से उनके जीवन पर भी असर पड़ा है। जम्मू-कश्मीर के लोगों की आजीविका को नुकसान हुआ है। आतंकवादियों का हमला एक कायराना हरकत थी। लेकिन, मैं एक बात कहना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इस देश के लोगों को पूरा भरोसा है। पीएम मोदी आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देंगे।

बता दें कि ‘धर्म पूछकर आतंकी नहीं मारते’ बयान के बाद जब कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार की आलोचना हुई तो उन्होंने एक वीडियो जारी कर सफाई दी। उन्होंने कहा कि पहलगाम घटना भारत की एकता पर हमला करने की साजिश है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का मुख्य उद्देश्य दो धर्मों के बीच दरार पैदा करना था। भारत की एकता को बाधित करना और देश में अस्थिरता पैदा करना था। आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। भारत सरकार जो भी कार्रवाई करेगी, कांग्रेस उसका समर्थन करेगी। भारत की अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ऐसी राष्ट्रविरोधी प्रवृत्तियों को तोड़ना जरूरी है। भारत एक है और एक रहेगा।

रूस और अमेरिकी विदेश मंत्रियों ने की यूक्रेन संकट पर चर्चा

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मॉस्को, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। रूसी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी।

बयान में कहा गया, “बातचीत का फोकस यूक्रेन संकट पर था। दोनों विदेश मंत्रियों ने दीर्घकालिक स्थायी शांति के लिए वार्ता शुरू करने के लिए जरुरी परिस्थितियों को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया।”

इसमें कहा गया, “दोनों पक्षों ने रूस-अमेरिका राजनीतिक वार्ता के प्रमुख पहलुओं पर विचारों का सार्थक आदान-प्रदान जारी रखा, जो हाल में काफी तेज हो गया है।”

इससे पहले क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन बिना किसी पूर्व शर्त के यूक्रेन के साथ वार्ता फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के बीच 25 अप्रैल को हुई मुलाकात इस साल की चौथी मुलाकात थी। पुतिन के सहायक यूरी उशाकोव के अनुसार, तीन घंटे तक चली यह बातचीत ‘रचनात्मक और काफी उपयोगी’ रही।

इससे पहले रविवार को अमेरिकी मीडिया सीबीएस न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में लावरोव ने कहा कि मॉस्को ने यूक्रेन संघर्ष के समाधान को लेकर वाशिंगटन के प्रस्तावों के प्रति अपने गंभीर दृष्टिकोण को बार-बार जाहिर किया। हालांकि कीव सिर्फ यह भ्रम फैला रहा है कि उसकी भी इसमें रुचि है।

रूसी विदेश मंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, “यदि आप मानते हैं कि केवल यूक्रेन ही विश्वास निर्माण में रुचि रखता है, तो मेरा संक्षिप्त उत्तर यह है कि यह एक भ्रम है।”

शीर्ष रूसी राजनयिक ने कहा कि रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रस्ताव का समर्थन किया था जिसमें ऊर्जा ढांचे को 30 दिन तक निशाना न बनाने की बात कही गई थी। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस संबंध में आदेश भी जारी किया था।

उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन ने कई बार यह बात कही है कि हम कभी भी जानबूझकर नागरिक स्थलों को निशाना नहीं बनाते, जैसा कि जेलेंस्की शासन में होता है।”

सिनेमाघरों में री-रिलीज होगी ‘बाहुबली’, दूसरे भाग ने पूरे किए आठ साल

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चेन्नई, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। अभिनेता प्रभास और राणा दग्गुबत्ती स्टारर ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘बाहुबली’ सिनेमाघरों में फिर से रिलीज को तैयार है। निर्माताओं ने फिल्म के दूसरे भाग के आठ साल पूरे होने की खुशी में दर्शकों को यह जानकारी दी। निर्माताओं ने ऐलान करते हुए बताया कि फिल्म इस साल अक्टूबर में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से रिलीज होगी।

फिल्म निर्माता शोबू यार्लागड्डा की फर्म अर्का मीडिया ने एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी ब्लॉकबस्टर के बारे जानकारी देने के लिए एक्स हैंडल का सहारा लिया। उन्होंने लिखा, ” इस खास दिन पर मुझे आप सभी को यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हम इस साल अक्टूबर में ‘बाहुबली’ फिल्म की भारतीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से रिलीज की योजना बना रहे हैं। यह सिर्फ फिर से रिलीज नहीं होगी, यह हमारे प्यारे प्रशंसकों के लिए जश्न का साल होगा! पुरानी यादें, नए खुलासे और कुछ बेहतरीन आश्चर्य भी सामने आएंगे।”

‘बाहुबली 2’ 28 अप्रैल, 2017 को दुनिया भर के 9,000 से ज्यादा स्क्रीन पर रिलीज हुई थी। 250 करोड़ रुपए के बजट में बनी इस फिल्म ने दुनिया भर में 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी, जिससे यह अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई थी। इसे कलेक्शन के मामले में 1000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने वाली पहली भारतीय फिल्म होने का गौरव भी हासिल है।

बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता के अलावा, फिल्म ने व्यापक आलोचनात्मक प्रशंसा भी हासिल की थी। इसने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तर पर पुरस्कार जीते थे। 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में तीन राष्ट्रीय पुरस्कार – बेस्ट स्टंट कोरियोग्राफी, बेस्ट स्पेशल इफेक्ट और बेस्ट पॉपुलर फिल्म की केटेगरी में जीता था। 44वें सैटर्न पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फिल्म के लिए सैटर्न पुरस्कार भी जीता था।

एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी एक्शन-ड्रामा फिल्म ‘बाहुबली: द बिगनिंग’ 2015 में रिलीज हुई थी और ‘बाहुबली 2 द कॉन्क्लूजन’ 2017 में रिलीज हुई थी। ‘बाहुबली 2’ की रिलीज को आठ साल हो चुके हैं।

फिल्म में प्रभास के साथ तमन्ना भाटिया, अनुष्का शेट्टी, राणा दग्गुबाती, राम्या कृष्णन, सत्यराज समेत अन्य कलाकार अहम भूमिकाओं में हैं।

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ के वितरण पर जताई खुशी

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नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयुष्मान वय वंदना कार्ड के वितरण पर खुशी जताई।

दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में वय वंदना कार्ड के वितरण के लिए आयोजित समारोह से इतर मीडिया से बात करते हुए हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। लेकिन अफसोस, दिल्ली में इसे लागू नहीं किया गया। उन्होंने दिल्ली में भाजपा सरकार बनने के दो महीने बाद योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की तारीफ की।

केंद्रीय मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में और अस्पताल योजना के तहत जुड़ेंगे।

इसके अलावा, उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाने पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार है, जो पूर्व की सरकारों के विपरीत ठोस कदम उठाने में विश्वास रखती है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे, इस पर हम यहां पर बैठकर किसी भी प्रकार का अंदाजा नहीं लगा सकते। सरकार अपने तरीके से पाकिस्तान को माकूल जवाब जरूर देगी।

उन्होंने पाकिस्तान की तरफ से दिए जा रहे बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लगातार कह रहा है कि ‘हम यह कर देंगे, हम वह कर देंगे’। पाकिस्तान को पहले अपनी मानसिक स्थिति का मूल्यांकन कर लेना चाहिए। इसके बाद ही किसी विषय पर बयान देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस बार मोदी सरकार आतंकवाद के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगी। पाकिस्तान को उसकी आतंकवादी हरकतों के लिए मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। इस बार किसी भी प्रकार का समझौता हमें स्वीकार नहीं है।

उन्होंने सिंधु जल संधि के निलंबन पर कहा कि यह संधि 1960 में हुई थी। एक मुल्क लगातार हम पर हमला कर रहा है, तो क्या हम ऐसी स्थिति में उसे पानी दे सकेंगे? जवाब स्पष्ट है, “बिल्कुल भी नहीं”। हम ऐसे किसी भी व्यक्ति या मुल्क को कैसे पानी देंगे, जो हम पर लगातार हमले कर रहा है।

खरी बात